नमस्ते भाइयो-बहनो,
मैं शकुंतला देवी, उम्र 64 साल, वाराणसी के अस्सी घाट के पास रहती हूँ। पिछले 12 साल से गठिया ने मेरी उंगलियाँ और घुटने ऐसे सुखा दिए थे कि चाय का कप भी नहीं उठा पाती थी। सुबह उठते ही हाथ-पैर में जलन, घुटने सूजे रहते। डॉक्टर ने कहा था – “अब तो दवाइयाँ भी कम असर करेंगी”।
फिर पिछले महीने हमारी मोहल्ले की राधा बहन ने एक छोटी बोतल दी। बोली – “ताई, ये कोई दुकान का तेल नहीं, पंडिज्जी ने घर पर बनवाया है। 12-15 दिन लगा के देखो”।
तेल का नाम है – तेज राहत महा संजीवनी नेचुरल ऑयल
मैंने लगा लिया।
चौथे दिन उंगलियों की जलन कम हुई
आठवें दिन घुटनों की सूजन आधी रह गई
बारहवें दिन मैं खुद गंगा स्नान करने चली गई – बिना किसी के सहारे के!
आज 25वाँ दिन है – हाथ की उंगलियाँ सीधी हो गईं, घुटने भी नहीं दुखते। अब फिर से सब्जी काटती हूँ, पोते-पोतियों के लिए रोटी बनाती हूँ।
इसमें क्या डाला है? राधा ने बताया था –
निर्गुंडी, अश्वगंधा, शतावरी, हल्दी, लौंग, कपूर, और 33 देसी जड़ी-बूटियाँ। बोले – “हर बोतल पर महादेव का जाप किया है”।
लगाने का तरीका:
रात को तेल गर्म करके हाथ-पैर पर मलो, “हर हर महादेव” बोलते रहो, फिर पुरानी शाल लपेट के सो जाओ। सुबह गुनगुने पानी से नहा लो। बस।
अभी नया है इसलिए कीमत भी कम है:
100 ml – सिर्फ ₹399
200 ml + 50 ml फ्री – ₹749
फ्री डिलीवरी, कैश ऑन डिलीवरी भी है।
मैं कोई डॉक्टर नहीं, बस एक बूढ़ी औरत हूँ जिसका दर्द चला गया। अगर तुम्हारे घर में भी कोई गठिया से परेशान है, एक बार आजमा के देख लो। 12 दिन में फर्क न दिखे तो मुझे गाली दे देना, मैं अस्सी घाट पर ही मिल जाया करूँगी।
हर हर महादेव 🙏
– शकुंतला ताई (वाराणसी)







0 comments:
Post a Comment